📊 वर्तमान स्थिति
रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) भारत की सबसे बड़ी कंपनियों में से एक है। इसका मार्केट कैप ₹19,10,104 करोड़ है, लेकिन पिछले एक साल में इसके शेयरों में 2.97% की गिरावट आई है।
📉 शेयर का प्रदर्शन
RIL का शेयर अभी ₹1,245.90 के आस-पास ट्रेड कर रहा है, जबकि इसका 52-हफ्तों का हाई ₹1,608.95 था। यानी शेयर में लगभग 22.56% की गिरावट आई है। यह गिरावट कई सेक्टर्स की चुनौतियों और बाजार की अनिश्चितताओं को दिखाती है।
💰 फाइनेंशियल डिटेल्स
- कुल राजस्व: ₹9,64,693 करोड़
- मुनाफा: ₹81,309 करोड़
- प्रमोटर होल्डिंग: 50.1%
हालांकि ये आंकड़े मजबूत हैं, लेकिन बीते 5 सालों में कंपनी की सेल्स ग्रोथ सिर्फ 10.1% रही और पिछले 3 सालों में रिटर्न ऑन इक्विटी (RoE) 8.89% रहा है।
🧩 बिजनेस सेगमेंट का परफॉर्मेंस
1. तेल-से-रसायन (O2C)
इस सेगमेंट में प्रेशर बना हुआ है। FY25 की चौथी तिमाही में EBITDA में 3% गिरावट का अनुमान है, जिसका कारण है कच्चे तेल की कीमतों में उतार-चढ़ाव और मार्जिन में कमी।
2. खुदरा कारोबार (Retail)
रिटेल डिवीजन में भी गिरावट देखी जा रही है। Q4 में रेवेन्यू में लगभग 15% की गिरावट का अनुमान है, जो रिलायंस की ग्रोथ की बड़ी वजहों में से एक थी।
3. जियो और टेलीकॉम
5G नेटवर्क का रोलआउट लगभग पूरा हो चुका है। FY24 में कैपेक्स अपने पीक पर था। जियो अब भी एक मजबूत रेवेन्यू सोर्स है, लेकिन ग्रोथ रेट अब थोड़ा धीमा हो रहा है।
🌱 नई ऊर्जा और स्थिरता
रिलायंस ने 2035 तक नेट-जीरो कार्बन एमिशन का लक्ष्य रखा है। कंपनी ग्रीन एनर्जी और नई तकनीकों में तेजी से निवेश कर रही है, जिससे आने वाले सालों में इसका बड़ा असर दिख सकता है।
🏗️ विस्तार योजनाएं
रिलायंस अपने FMCG बिजनेस को भी बढ़ा रहा है। कैम्पा कोला के लिए बिहार में 35 एकड़ में नया बॉटलिंग प्लांट खोलने की योजना है। इससे कंपनी का कंज्यूमर मार्केट में दायरा और बढ़ेगा।
📈 एक्सपर्ट्स की राय और शेयर टार्गेट
विश्लेषकों का मानना है कि RIL में फिर से ग्रोथ दिख सकती है। अनुमानित टार्गेट इस प्रकार हैं:
- 2025 लक्ष्य: ₹1,442.52
- रेंज: ₹1,072.15 – ₹1,842.14
- 2030 दीर्घकालिक लक्ष्य: ₹2,831.78 – ₹3,545.20
🌐 विदेशी निवेशकों की दिलचस्पी
मार्च 2025 तिमाही में RIL में FII/FPI की संख्या 2,232 से बढ़कर 2,246 हो गई है। यह दिखाता है कि विदेशी निवेशकों को अभी भी कंपनी पर भरोसा है।
🔍 निवेश के पॉइंट्स
👍 पॉजिटिव बातें:
- मजबूत फाइनेंशियल बैकग्राउंड
- एनर्जी, रिटेल और जियो जैसे डाइवर्सिफाइड बिजनेस
- ग्रीन एनर्जी में फोकस
- स्थिर प्रमोटर होल्डिंग
⚠️ ध्यान देने योग्य रिस्क:
- शेयर की हालिया गिरावट
- O2C बिजनेस पर दबाव
- रिटेल सेगमेंट की कमजोर ग्रोथ
- बीते वर्षों में धीमी सेल्स ग्रोथ
📌 निष्कर्ष
भले ही अभी बाजार में चुनौतियाँ हैं, लेकिन रिलायंस का डाइवर्सिफाइड मॉडल, मजबूत रणनीति, और ग्रीन एनर्जी की दिशा में बढ़ते कदम इसे भविष्य में अच्छी ग्रोथ दिला सकते हैं।
शेयर का मौजूदा स्तर लॉन्ग टर्म निवेशकों के लिए अच्छा मौका हो सकता है, लेकिन अल्पकालिक अस्थिरता बनी रह सकती है।
🔒 अस्वीकरण: यह लेख सिर्फ जानकारी देने के लिए है। किसी भी निवेश से पहले अपना रिसर्च करें या वित्तीय सलाहकार से सलाह लें।
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